हवस ने पक्के मकान, बना लिये हैं जिस्मों में

हवस ने पक्के मकान, बना लिये हैं जिस्मों में

हवस ने पक्के मकान, बना लिये हैं जिस्मों में..
और सच्ची मुहब्बत किराये की झोपड़ी में, बीमार पड़ी है आज भी।


Havas ne pakke makaan, bana liye hain jismon mein..
Aur sachchee muhabbat kiraaye kee jhopadee mein, beemaar padee hai aaj bhee.