हर तबस्सुम में ज़रूरी नहीं मोहब्बत हो Admin / Jan 31, 2022 हर तबस्सुम में ज़रूरी नहीं मोहब्बत हो हर तबस्सुम में ज़रूरी नहीं, मोहब्बत हो... मुस्कुराहट में साज़िशें भी छिपी होती हैं...!! Har tabassum mein zarooree nahin, mohabbat ho... Muskuraahat mein saazishen bhee chhipee hotee hain...!! Shayari Hindi Shayari Muskurahat Shayari