हम से पूछो शायरी मागती है कितना लहू

हम से पूछो शायरी मागती है कितना लहू

हम से पूछो शायरी मागती है कितना लहू,
लोग समझते है धंधा बङे आराम का हैं!!


Ham se poochho shaayaree maagatee hai kitana lahoo,
Log samajhate hai dhandha bane aaraam ka hain!!