हम तुम बैठे ही नहीं, इक मुद्दत से संग

हम तुम बैठे ही नहीं, इक मुद्दत से संग

हम तुम बैठे ही नहीं, इक मुद्दत से संग

हम तुम बैठे ही नहीं, इक मुद्दत से संग,
यार गिलासों को कहीं, लग ना जाये ज़ंग।


Ham tum baithe hee nahin, ik muddat se sang,
Yaar gilaason ko kaheen, lag na jaaye zang.