हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे,
करे कुर्वान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे,
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है,
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे।
Hum Apne Khoon Se Likhein Kahani Ai Watan Mere,
Kare Qurbaan Hans Kar Ye Jawani Ai Watan Mere,
Dili Khwahish Nahi Koyi Magar Ye iltiza Bas Hai,
Humare Hausle Paa Jayein Maani Ai Watan Mere.