हम अपनी रूह तेरे जिस्म में छोड़ आए फ़राज़

हम अपनी रूह तेरे जिस्म में छोड़ आए फ़राज़

हम अपनी रूह तेरे जिस्म में छोड़ आए फ़राज़
तुझे गले से लगाना तो एक बहाना था


Ham apanee rooh tere jism mein chhod aae faraaz
Tujhe gale se lagaana to ek bahaana tha