हकीकत में वही धन्यवाद का हकदार है

हकीकत में वही धन्यवाद का हकदार है

हकीकत में वही धन्यवाद का हकदार है,
जो बिना स्वार्थ के मदत करने को तैयार है.


Hakeekat mein vahee dhanyavaad ka hakadaar hai,
Jo bina svaarth ke madat karane ko taiyaar hai.