सोलहवें ज़ीने पे सूरज था उबैद

सोलहवें ज़ीने पे सूरज था उबैद

सोलहवें ज़ीने पे सूरज था 'उबैद'
जनवरी की इक सलोनी शाम थी
~एजाज़ उबैद


Solahaven zeene pe sooraj tha ubaid,
January kee iek salonee shaam thee !!