सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये

सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये

सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये,
कभी पैरों से रौंदी थी यहीं परछाइयां हमने।


Sooraj dhala to kad se oonche ho gae saaye,
Kabhee pairon se raundee thee yaheen parachhaiyaan hamane.