सुना है अब नई दिल्ली में

सुना है अब नई दिल्ली में

सुना है अब नई दिल्ली में
पुराना इश्क़ कहीं मिला नहीं करता,
गुलाब सा महकता तो है
लेकिन अब शायद खिला नहीं करता.


Suna hai ab naee dillee mein
Puraana ishq kaheen mila nahin karata,
Gulaab sa mahakata to hai
Lekin ab shaayad khila nahin karata.