साज़िशें करके तू कब तक बचेगा

साज़िशें करके तू कब तक बचेगा

साज़िशें करके तू कब तक बचेगा,
ना तू कल जीता था ना अब जीतेगा...!


Saazishen karake too kab tak bachega,
Na too kal jeeta tha na ab jeetega...!