सर्द रातों में इन्हें ओढ़ कर सो जाता हूँ

सर्द रातों में इन्हें ओढ़ कर सो जाता हूँ

सर्द रातों में इन्हें ओढ़ कर सो जाता हूँ
तिरी यादों के लिहाफों में अभी आग बहुत है।।


Sard raaton mein inhen odh kar so jaata hoon
Tiree yaadon ke lihaaphon mein abhee aag bahut hai..