सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती

सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती

सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती,
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए......


Sar jhukaane se namaazen ada nahin hotee,
Dil jhukaana padata hai ibaadat ke lie......