संसार की हर शय का इतना ही फ़साना है Neha / Jan 31, 2022 संसार की हर शय का इतना ही फ़साना है संसार की हर शय का इतना ही फ़साना है इक धुंध से आना है इक धुंध में जाना है ~ साहिर लुधियानवी ~ Sansaar kee har shay ka itana hee fasaana hai Ik dhundh se aana hai ik dhundh mein jaana hai ~ saahir ludhiyaanavee ~ Shayari Interesting Shayari