संध्या का समय हैं

संध्या का समय हैं

संध्या का समय हैं

संध्या का समय हैं
कीर्तन में मन लगाओ
सास बहु की पंचायत छोड़ो
ढलती उम्र में ईश्वर के भजन गाओ !!


Sandhya ka samay hain
Keertan mein man lagao
Saas bahu kee panchaayat chhodo
Dhalatee umr mein eeshvar ke bhajan gao !!