शिवाजी ने सौगंध दिलाई

शिवाजी ने सौगंध दिलाई

शिवाजी ने सौगंध दिलाई
इस माटी के लिए हम मर मिटे,
शीश कट जाएँ मंजूर है
मगर मुगलों के आगे शीश न झुके.


Shivaajee ne saugandh dilaee
Is maatee ke lie ham mar mite,
Sheesh kat jaen manjoor hai
Magar mugalon ke aage sheesh na jhuke.