शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी पर चुप इसलिये हु कि

शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी पर चुप इसलिये हु कि

शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी पर चुप इसलिये हु कि
जो दिया तूने वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता


Shikaayate to bahut hai tujhase ai jindagee par chup isaliye hu ki
Jo diya toone vo bhee bahuto ko naseeb nahin hota