शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हकीकतन

शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हकीकतन

शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हकीकतन
तेरा सितम भी तेरी इनायत से कम नहीं


Shikava to ek chhed hai lekin hakeekatan
Tera sitam bhee teree inaayat se kam nahin