शाम का सूरज हूँ पूछता कोई नहीं Admin / Sep 13, 2021 शाम का सूरज हूँ पूछता कोई नहीं शाम का सूरज हूँ पूछता कोई नहीं, जब सुबह होगी मैं ही खुदा हो जाउंगा। Shaam Ka Sooraj Hoon Puchhta Koi Nahi, Jab Subah Hogi Main Hi Khuda Ho Jaunga. Shayari Attitude Shayari Khud Shayari