शहर में हर शख्स ने वसीयत में शराफत पायी है

शहर में हर शख्स ने वसीयत में शराफत पायी है

शहर में हर शख्स ने वसीयत में शराफत पायी है
मै हैरान हूँ सोचकर कि ये बेईमानी कहां से आई है !


Shahar mein har shakhs ne vaseeyat mein sharaaphat paayee hai
Mai hairaan hoon sochakar ki ye beeemaanee kahaan se aaee hai !