शहर देखकर ही अब हवा चला करती है

शहर देखकर ही अब हवा चला करती है

शहर देखकर ही अब हवा चला करती है
अब इंसान की तरह होशियार मौसम होते हैं


Shahar dekhakar hee ab hava chala karatee hai
Ab insaan kee tarah hoshiyaar mausam hote hain