वफ़ा के नाम पे तुम क्यूँ संभल के बैठ गए

वफ़ा के नाम पे तुम क्यूँ संभल के बैठ गए

वफ़ा के नाम पे तुम क्यूँ संभल के बैठ गए

वफ़ा के नाम पे तुम क्यूँ संभल के बैठ गए
तुम्हारी बात नहीं बात हैं ज़माने की


Vafa ke naam pe tum kyoon sambhal ke baith gae
Tumhaaree baat nahin baat hain zamaane kee