वो बचपन की नींद अब ख्वाब हो गई

वो बचपन की नींद अब ख्वाब हो गई

वो बचपन की नींद अब ख्वाब हो गई,
क्या उमर थी कि, शाम हुई और सो गये.


Vo bachapan kee neend ab khvaab ho gaee,
Kya umar thee ki, shaam huee aur so gaye.