वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी

वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी

वो जिसे समझते थे ज़िन्दगी,
मेरी धड़कनों का फरेब था,
मुझे मुस्कुराना सिखा के,
वो मेरी रूह तक रुला गए।


Woh Jise Samjhte The Zindgi,
Meri Dhadkano Ka Fareb Tha,
Mujhe Muskurana Sikha Ke,
Woh Meri Rooh Tak Rula Gaye.