वो इत्र दान सा लहजा मिरे बुज़ुर्गों का Pradeep / Jan 31, 2022 वो इत्र दान सा लहजा मिरे बुज़ुर्गों का वो इत्र-दान सा लहजा मिरे बुज़ुर्गों का, रची-बसी हुई उर्दू ज़बान की ख़ुश्बू !! Vo itr-daan sa lahaja mire buzurgon ka, Rachee-basee huee urdoo zabaan kee khushboo !! Shayari Urdu Shayari