वो अच्छे हैं तो बेहतर बुरे हैं तो भी कबूल

वो अच्छे हैं तो बेहतर बुरे हैं तो भी कबूल

वो अच्छे हैं तो बेहतर बुरे हैं तो भी कबूल

वो अच्छे हैं तो बेहतर , बुरे हैं तो भी कबूल...
मिजाज़-ए-इश्क में ऐब-ओ-हुनर देखे नहीं जाते...!!


Vo achchhe hain to behatar , bure hain to bhee kabool...
Mijaaz-e-ishk mein aib-o-hunar dekhe nahin jaate...!!