लोग हर मोड़ पर रुक रुक के संभलते क्यों है

लोग हर मोड़ पर रुक रुक के संभलते क्यों है

लोग हर मोड़ पर रुक – रुक के संभलते क्यों है
इतना डरते है तो फिर घर से निकलते क्यों है


Log har mod par ruk – ruk ke sambhalate kyon hai
Itana darate hai to phir ghar se nikalate kyon hai