लोग रह गए इतराते अपनी चालाकियों पर

लोग रह गए इतराते अपनी चालाकियों पर

लोग रह गए इतराते अपनी चालाकियों पर...
वो समझ ही न पाये कि वो क्या गँवा बैठे हैं...!!


Log rah gae itaraate apanee chaalaakiyon par...
Vo samajh hee na paaye ki vo kya ganva baithe hain...!!