लूट के मेरी इज्ज़त जो फिर भी तू इज्जतदार रहा

लूट के मेरी इज्ज़त जो फिर भी तू इज्जतदार रहा

लूट के मेरी इज्ज़त जो फिर भी तू इज्जतदार रहा,
चुन्नी खसकने पे मात्र मेरी फिर मुझपे क्यों सवाल उठा ।।


Loot ke meri ijzat jo phir bhee too ijjatadaar raha,
Chunni khaskane pe maatr meri phir mujhpe kyon savaal utha !!