लहरों को साहिल की दरकार नही होती,

लहरों को साहिल की दरकार नही होती,

लहरों को साहिल की दरकार नही होती,
हौसलें बुलंद हो तो कोई दीवार नही होती,
जलते हुए चिराग ने आँधियों से ये कहा
उजाला देने वालों की कभी हार नही होती.


Laharon ko sahil ki darkar nahee hotee,
Hausle buland ho to koee deevaar nahee hotee,
Jalate hue chiraag ne aandhiyon se ye kaha
Ujaala dene vaalon kee kabhee haar nahee hotee.