रोज रोज बच्ची की लुटती हुई आबरू को देख कर

रोज रोज बच्ची की लुटती हुई आबरू को देख कर

रोज रोज बच्ची की लुटती हुई आबरू को देख कर तवायफ भी रो कर बोली!!

बिन पैसे ही आ जाओ मेरे पास हवस के पुजारी पर बच्चियों को बख्श दो!!


Roj roj bachchee kee lutatee huee aabaroo ko dekh kar tavaayaph bhee ro kar bolee!!

Bin paise hee aa jao mere paas havas ke pujaaree par bachchiyon ko bakhsh do!!