रूकती नहीं किसी के लिये मौजे-जिन्दगी Admin / Aug 02, 2021 रूकती नहीं किसी के लिये मौजे-जिन्दगी रूकती नहीं किसी के लिये मौजे-जिन्दगी, धारे से जो हटे वो किनारे पर आ गये। Rukti Nahi Kisi Ke Liye Mauje-Zindgi, Dhaare Se Jo Hate Woh Kinare Par Aa Gaye. Shayari Inspirational Shayari