रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभाने की औकात रखते हों

रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभाने की औकात रखते हों

रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभाने की औकात रखते हों,
बाकी हर एक दिल काबिल-ऐ-वफा नही होता ।


Rishte Unhi Se Banao Jo Nibhane Ki Aukaat Rakhte Hon,
Baaki Har Ek Dil Kaabil-Ai-Wapha Nahi Hota