रास्ता सुनसान था तो मुड़ के देखा क्यूं नही,

रास्ता सुनसान था तो मुड़ के देखा क्यूं नही,

रास्ता सुनसान था तो मुड़ के देखा क्यूं नही,
मुझ को तन्हा देखकर उसने पुकारा क्यों नही...!


Raasta sunasaan tha to mud ke dekha kyoon nahee,
Mujh ko tanha dekhakar usane pukaara kyon nahee...!