रातों को चलती रहती है मोबाईल पर उँगलियाँ

रातों को चलती रहती है मोबाईल पर उँगलियाँ

रातों को चलती रहती है मोबाईल पर उँगलियाँ,
सीने पर किताब रखकर सोए ज़माना गुज़र गया…


Raaton ko chalatee rahatee hai mobaeel par ungaliyaan,
Seene par kitaab rakhakar soe zamaana guzar gaya…