रात भर भटका है मन मोहब्बत के पते पे

रात भर भटका है मन मोहब्बत के पते पे

रात भर भटका है मन मोहब्बत के पते पे...
चाँद कब सूरज में बदल गया पता नहीं चला..!!!


Raat bhar bhataka hai man mohabbat ke pate pe...
Chaand kab sooraj mein badal gaya pata nahin chala..!!!