रब्बा मेरे इस बार इतनी खुशिया न दे तू Admin / Jan 31, 2022 रब्बा मेरे इस बार इतनी खुशिया न दे तू रब्बा मेरे इस बार इतनी खुशिया न दे तू मैं जान गई हूँ तेरी फितरत ग़म हर बार दुगना देता है तू Rabba mere Is baar itanee khushiya na de too Main jaan gaee hoon teree phitarat Gam har baar dugana deta hai too Shayari Rabba Shayari