रंगो की बौछार नहीं नज़रो की इनायत ही काफी है

रंगो की बौछार नहीं नज़रो की इनायत ही काफी है

रंगो की बौछार नहीं नज़रो की इनायत ही काफी है

रंगो की बौछार नहीं, नज़रो की इनायत ही काफी है !
तुम सामने होते हो तो चेहरा यूँ ही गुलाल हो जाता है !


Rango kee bauchhaar nahin, nazaro kee inaayat hee kaaphee hai !
Tum saamane hote ho to chehara yoon hee gulaal ho jaata hai !