ये फ़ासले तेरी गलियों के हमसे ना तय हुए

ये फ़ासले तेरी गलियों के हमसे ना तय हुए

ये फ़ासले तेरी गलियों के हमसे ना तय हुए
हज़ार बार रुके हम हज़ार बार चले !!


Ye faasale teree galiyon ke hamase na tay hue
Hazaar baar ruke ham hazaar baar chale !!