ये शायरी की महफिलें बेवफाओ की वजह से है

ये शायरी की महफिलें बेवफाओ की वजह से है

ये शायरी की महफिलें बेवफाओ की वजह से है,
अगर दुनिया में बेवफा न होते तो हम भी शायर न होते।


Ye shaayaree kee mahaphilen bevaphao kee vajah se hai,
Agar duniya mein bevapha na hote to ham bhee shaayar na hote.