ये ज़ुरूरी नहीं हर शख़्स मसीहा ही हो

ये ज़ुरूरी नहीं हर शख़्स मसीहा ही हो

ये ज़ुरूरी नहीं हर शख़्स मसीहा ही हो...
प्यार के ज़ख़्म अमानत हैं दिखाया न करो...!!


Ye zurooree nahin har shakhs maseeha hee ho...
Pyaar ke zakhm amaanat hain dikhaaya na karo...!!