ये कैसा नशा है की मैं अजीब से खुमार में हूँ Admin / Jan 30, 2022 ये कैसा नशा है की मैं अजीब से खुमार में हूँ ये कैसा नशा है की मैं अजीब से खुमार में हूँ, तू आ के जा भी चुका है और मैं इन्तजार में हूँ Ye kaisa nasha hai kee main ajeeb se khumaar mein hoon, Too aa ke ja bhee chuka hai aur main intajaar mein hoon Shayari Bewafa Shayari Intezaar Shayari