ये कश्मकश है ज़िंदगी की, कि कैसे बसर करें Pradeep / Jan 31, 2022 ये कश्मकश है ज़िंदगी की, कि कैसे बसर करें ये कश्मकश है ज़िंदगी की, कि कैसे बसर करें, ख्वाहिशे दफ़न करे, या चादर बड़ी करें। Ye kashmakash hai zindagee kee, ki kaise basar karen, Khvaahishe dafan kare, ya chaadar badee karen. Shayari Chaadar Shayari Hindi Shayari