ये इश्क है जनाब यहा इंसान निखरता भी

ये इश्क है जनाब यहा इंसान निखरता भी

ये इश्क है जनाब यहा इंसान निखरता भी,
कमाल का है और बिखरता भी कमाल का है।


Ye ishk hai janaab yaha insaan nikharata bhee,
Kamaal ka hai aur bikharata bhee kamaal ka hai.