यूँ भी तो राज़ खुल ही जायेगा

यूँ भी तो राज़ खुल ही जायेगा

यूँ भी तो राज़ खुल ही जायेगा,
एक दिन हमारी मोहब्बत का,
महफिल में जो हम को छोड़ कर,
सब को सलाम करते हो।


Yun Bhi Toh Raaz Khul Hi Jaayega,
Ek Din Humari Mohabbat Ka,
Mehfil Mein Jo Hum Ko Chhod Kar,
Sab Ko Salaam Karte Ho.