युग युग से हर बाग़ का ये ही एक उसूल Mohit / Jan 31, 2022 युग युग से हर बाग़ का ये ही एक उसूल युग युग से हर बाग़ का, ये ही एक उसूल जिसको हंसना आ गया, वो ही मट्टी फूल Yug yug se har baag ka, ye hee ek usool Jisako hansana aa gaya, vo hee mattee phool Shayari 2 Line Shayari Phool Shayari Usool Shayari