मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम Admin / Aug 12, 2021 मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम, गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया। Maut-o-Hasti Ki KashmKash Mein Kati Tamaam Umr, Gam Ne Jeene Na Diya Shauq Ne Marne Na Diya. Shayari Hasti Shayari Maut Shayari