मोहब्बत एक कटी पतंग है साहब

मोहब्बत एक कटी पतंग है साहब

मोहब्बत एक कटी पतंग है साहब...
गिरती वहीं है जिसकी छत बड़ी होती है...!!


Mohabbat ek katee patang hai saahab...
Giratee vaheen hai jisakee chhat badee hotee hai...!!