मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो Admin / Aug 10, 2021 मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो, तेरी एक ख्वाहिश के लिए सौ बार टूट जाऊं। Main Nasamajh Hi Sahi Magar Woh Tara Hun Jo, Teri Ek Khwahish Ke Liye Sau Baar Toot Jaun. Shayari Love Shayari Teri Shayari