मैं तो वहीं से गुजरता हूँ जहाँ अपनापन झलकता है

मैं तो वहीं से गुजरता हूँ जहाँ अपनापन झलकता है

मैं तो वहीं से गुजरता हूँ जहाँ अपनापन झलकता है।
वरना आवाज़ तो ये ज़माना दिया करता है।


Main to vaheen se gujarata hoon jahaan apanaapan jhalakata hai.
Varana aavaaz to ye zamaana diya karata hai.